TRAI के नए नियम से फर्जी कॉल्स और मैसेज से मिलेगी राहत, जानिए कैसे होगा असर
1 अक्टूबर 2024 से टेलीकॉम इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव होने जा रहा है, क्योंकि TRAI (भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण) ने फर्जी कॉल्स और मैसेज पर लगाम लगाने के लिए नए नियम लागू किए हैं। इससे न केवल आम उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी, बल्कि ऑनलाइन पेमेंट से जुड़ी धोखाधड़ी पर भी नियंत्रण किया जा सकेगा। आइए, जानते हैं इस नए नियम के बारे में विस्तार से।
TRAI का नया नियम: ऑनलाइन पेमेंट पर असर
TRAI ने 1 अक्टूबर 2024 से एक अहम नियम लागू किया है, जिसके तहत OTT लिंक, URL, APK लिंक जैसे मैसेजेज को तत्काल प्रभाव से ब्लॉक किया जाएगा। इससे मोबाइल यूजर्स को ऑनलाइन पेमेंट करने में असुविधा हो सकती है, खासकर तब जब वे ऐसे बैंक या पेमेंट प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं, जो खुद को TRAI के अनुसार व्हाइटलिस्ट नहीं कर पाए हैं।
फर्जी कॉल्स और मैसेज पर लगेगी रोक
फर्जी कॉल्स और मैसेजेज की समस्या से निपटने के लिए TRAI ने यह कड़ा कदम उठाया है। जिन टेलीमार्केटर्स और संस्थानों ने खुद को रजिस्टर नहीं कराया है, वे अब यूजर्स को कॉल या मैसेज नहीं भेज पाएंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यूजर्स को फर्जी ऑफर्स और धोखाधड़ी से भरे मैसेज से निजात मिलेगी।
OTP मैसेजेज का व्हाइटलिस्टिंग सिस्टम
TRAI के इस नए नियम के अंतर्गत जो भी बैंक या पेमेंट प्लेटफार्म खुद को रजिस्टर नहीं करेंगे, वहां से यूजर्स को OTP प्राप्त नहीं होगा। OTP के बिना कोई भी ऑनलाइन पेमेंट संभव नहीं है, इसलिए यह नियम खासतौर पर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन्स को सुरक्षित करने के उद्देश्य से लाया गया है।
टेलीकॉम ऑपरेटर्स की जिम्मेदारी
TRAI ने सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे सभी कंपनियों को रजिस्टर करें, जो OTP या अन्य महत्वपूर्ण जानकारी यूजर्स तक मैसेज या कॉल के माध्यम से पहुंचाते हैं। अगर किसी कंपनी ने अपने को रजिस्टर नहीं कराया है, तो उनके मैसेज ब्लॉक कर दिए जाएंगे।
स्पैम मैसेज और कॉल्स से कैसे मिलेगी सुरक्षा?
TRAI के निर्देशों के अनुसार, टेलीकॉम ऑपरेटर्स को स्पैम कॉल्स और मैसेजेज से निपटने के लिए एक निश्चित टेम्पलेट अपनाना होगा। इसमें उन सभी मैसेजेज को ब्लॉक किया जाएगा, जो व्हाइटलिस्टेड एजेंसियों द्वारा नहीं भेजे गए हैं। इसका मतलब यह है कि अब केवल विश्वसनीय संस्थानों से ही यूजर्स को मैसेज प्राप्त होंगे।
ऑनलाइन पेमेंट में आने वाली चुनौतियां
हालांकि, यह नया नियम सुरक्षा के लिहाज से बेहद जरूरी है, लेकिन इससे उन यूजर्स को दिक्कत हो सकती है, जिनके बैंक या पेमेंट प्लेटफार्म ने अब तक खुद को व्हाइटलिस्ट नहीं किया है। ऐसे में OTP न मिलने के कारण वे ऑनलाइन पेमेंट नहीं कर पाएंगे, जो उनके लिए असुविधाजनक हो सकता है।
नया नियम: क्यों जरूरी है यह कदम?
भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन्स तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही साइबर क्राइम और फर्जी कॉल्स की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। TRAI का यह नया नियम इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए लाया गया है, ताकि यूजर्स को सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव मिल सके और फर्जी कॉल्स व मैसेजेज से बचा जा सके।
TRAI के नए नियम का सारांश
- 1 अक्टूबर 2024 से TRAI का नया नियम लागू।
- फर्जी कॉल्स और मैसेजेज पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम।
- OTP वाले मैसेजेज के लिए व्हाइटलिस्टिंग अनिवार्य।
- टेलीकॉम ऑपरेटर्स को रजिस्टर न होने वाली कंपनियों के मैसेज ब्लॉक करने होंगे।
- ऑनलाइन पेमेंट में हो सकती है दिक्कत, खासकर अनरजिस्टर प्लेटफार्म्स पर।
इस नए नियम के आने से मोबाइल यूजर्स को फर्जी कॉल्स और मैसेजेज से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, जिससे उनके डिजिटल अनुभव में सुरक्षा बढ़ेगी और वे अधिक सुरक्षित तरीके से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन्स कर सकेंगे।