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VI Share: निवेशकों के ₹34,000 करोड़ स्वाहा, जाने आगे क्या होगी और गिरेगी या फिर उठेगी?

VI Share: निवेशकों के ₹34,000 करोड़ स्वाहा, जाने आगे क्या होगी और गिरेगी या फिर उठेगी?

सितंबर 2024 का महीना वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (VIL) के निवेशकों के लिए एक बुरे सपने से कम नहीं था। इस दौरान कंपनी के शेयरों में 33% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जो अक्टूबर 2019 के बाद से सबसे बड़ी गिरावट है। निवेशकों के ₹34,000 करोड़ स्वाहा हो गए और कंपनी का बाज़ार पूंजीकरण बुरी तरह से प्रभावित हुआ।

शेयर में भारी गिरावट का कारण

वोडाफोन आइडिया के शेयर 1 सितंबर को 15.64 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर थे, लेकिन 30 सितंबर आते-आते यह 10.36 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। इसका सीधा असर कंपनी के मार्केट कैप पर पड़ा, जो 1.06 लाख करोड़ रुपये से घटकर 72,000 करोड़ रुपये रह गया। कई बड़ी वित्तीय एजेंसियों ने कंपनी के शेयर को डाउनग्रेड किया, जिससे इसकी स्थिति और खराब हो गई।

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गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के अनुसार, वोडाफोन आइडिया के शेयर का टारगेट 2.5 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, जबकि सिटी ने अपने टारगेट को 22 रुपये से घटाकर 17 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। यह भविष्यवाणी दर्शाती है कि कंपनी के शेयर में आगे भी सुधार की गुंजाइश कम है।

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AGR विवाद: बड़ी चुनौती

वोडाफोन आइडिया की इस गिरावट का सबसे बड़ा कारण है AGR (एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला। कंपनी ने इस मामले में तीन प्रमुख राहतों की मांग की थी – एजीआर मांग में अंकगणितीय और लिपिकीय त्रुटियों को सुधारना, जुर्माने की सीमा को 50% तक सीमित करना, और ब्याज दरों में कमी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस क्यूरेटिव याचिका को खारिज कर दिया, जिसके बाद शेयरों में भारी गिरावट आई।

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निवेशकों के लिए आगे क्या?

आईआईएफएल सिक्योरिटीज के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कंपनी के नकदी प्रवाह (कैश फ्लो) पर सीधा असर डालेगा, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति और कमजोर हो सकती है। भारती एयरटेल जैसी कंपनियों को इससे फायदा हो सकता है, क्योंकि वे बाजार में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने की कोशिश करेंगी।

कर्ज जुटाने की चुनौतियाँ

वोडाफोन आइडिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती कर्ज जुटाने की है, जो कि उसके पूंजीगत खर्चों को बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है। वर्तमान वित्तीय स्थिति और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, कंपनी की क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं कि वह आगे कर्ज जुटाने में सफल हो पाएगी या नहीं। इसके अलावा, वोडाफोन आइडिया को अगले 3-4 वर्षों में लगभग 3% तक के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।

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निष्कर्ष: निवेशकों के लिए सावधानी जरूरी

वोडाफोन आइडिया के लिए आने वाला समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जो निवेशक पहले से ही इस शेयर में निवेश कर चुके हैं, उन्हें सोच-समझकर अपने निवेश की योजना बनानी होगी। शेयर की मौजूदा स्थिति और भविष्य की अनिश्चितता को देखते हुए नए निवेशकों के लिए यह सही समय नहीं है।

निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे कंपनी के भविष्य के वित्तीय दृष्टिकोण और संभावित कर्ज जुटाने की योजनाओं पर ध्यान दें और सोच-समझकर निवेश करें।

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