Voda Idea शेयरों में ऐतिहासिक गिरावट: सितंबर में निवेशकों के ₹34 हजार करोड़ साफ
Voda Idea शेयरों में 5 साल की सबसे बड़ी गिरावट – सितंबर महीना Voda Idea के लिए बेहद बुरा साबित हुआ। कंपनी के शेयरों में 33% की भारी गिरावट आई, जिससे निवेशकों के करीब ₹34 हजार करोड़ रुपये डूब गए। यह गिरावट पिछले पांच सालों में सबसे बड़ी मानी जा रही है, जो अक्टूबर 2019 के बाद का सबसे खराब प्रदर्शन था। 30 सितंबर को Voda Idea के शेयर ₹10.36 के स्तर पर बंद हुए, जबकि महीने की शुरुआत में यह ₹15.64 के स्तर पर थे।
वित्तीय संकट और शेयरों में गिरावट
Voda Idea लंबे समय से वित्तीय समस्याओं से जूझ रही है, जिसका सीधा असर इसके शेयरों पर पड़ा। सितंबर में कंपनी के मार्केट कैप में भारी गिरावट देखने को मिली। जहां पहले इसका मार्केट कैप ₹1.06 लाख करोड़ था, वहीं अब यह घटकर ₹72 हजार करोड़ पर आ गया है। यह गिरावट कंपनी के लिए बड़ा झटका साबित हुई, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से गहराई परेशानी
Voda Idea के शेयरों पर सबसे बड़ा असर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का रहा। कोर्ट ने टेलीकॉम कंपनियों की बकाया एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की फिर से कैलकुलेशन करने की याचिका को खारिज कर दिया, जिसके चलते कंपनी के शेयर तेजी से गिर गए। वोडा आइडिया ने तीन बड़ी राहत की मांग की थी – एजीआर की फिर से कैलकुलेशन, पेनाल्टी पर 50% की छूट, और ब्याज की दर को एसबीआई के प्राइम लेंडिंग रेट से 2% ऊपर रखना।
हालांकि कोर्ट के फैसले के बाद इन याचिकाओं पर कोई राहत नहीं मिली, जिससे कंपनी के भविष्य पर अनिश्चितता और बढ़ गई।
ब्रोकरों की राय: क्या कहना है विशेषज्ञों का?
IIFL सिक्योरिटीज का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट से राहत न मिलने के चलते Voda Idea के कैश फ्लो की समस्याएं और बढ़ सकती हैं। इसके विपरीत, भारती एयरटेल को इस फैसले से फायदा हो सकता है, जिससे उसकी बाजार में पकड़ मजबूत हो सकती है।
इसके अलावा, गोल्डमैन सैक्स ने भी Voda Idea पर बियरिश रुख अपनाते हुए कहा कि भले ही कंपनी पूंजी जुटाने में सफल हो, लेकिन इसके बावजूद कंपनी का मार्केट शेयर आने वाले 3-4 सालों में 3% तक गिर सकता है। इसकी मुख्य वजह कंपनी के कॉम्पटीटर्स द्वारा कैपिटल एक्सपेंडिचर में 50% तक की वृद्धि करना है। हालांकि, कुछ पॉजिटिव संकेत भी हैं। अगर AGR बकाया 65% तक कम हो जाता है, टैरिफ लगातार बढ़ता है, और निकट भविष्य में सरकार को कोई रीपेमेंट नहीं करना पड़ता, तो Voda Idea के शेयर ₹19 तक पहुंच सकते हैं।
Voda Idea के सामने भविष्य की चुनौतियाँ
Voda Idea के लिए आगे की राह काफी मुश्किल नजर आ रही है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कंपनी की कैपिटल एक्सपेंडिचर और कर्ज जुटाने की योजना पर अनिश्चितता बढ़ गई है। कंपनी को अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने के लिए बड़े फैसले लेने होंगे, अन्यथा बाजार में उसकी स्थिति और कमजोर हो सकती है।
मार्केट में अन्य टेलीकॉम कंपनियों जैसे भारती एयरटेल और रिलायंस जियो का दबदबा बढ़ता जा रहा है, जिससे Voda Idea के सामने चुनौती और कठिन हो रही है। कंपनी को न केवल अपने वित्तीय संकट से उबरने के उपाय करने होंगे, बल्कि अपने ग्राहकों और निवेशकों का भरोसा भी फिर से जीतना होगा।
निवेशकों के लिए क्या है संदेश?
Voda Idea के शेयरों में जो हालिया गिरावट देखने को मिली है, उसने निवेशकों को बड़ा नुकसान पहुँचाया है। जो निवेशक कंपनी के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद लगाए बैठे थे, उन्हें इस गिरावट ने मायूस कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि निकट भविष्य में Voda Idea के शेयरों में कोई बड़ी तेजी देखने को नहीं मिल सकती। ऐसे में निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
कंपनी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि Voda Idea के लिए आने वाले समय में अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारना एक बड़ी चुनौती होगी।